उदास हुआ, पर ना उम्मीद न हुआ, एक "आग" को अपने अंदर जलाए रखा बारिश ,तूफ़ान भी आए गए प उदास हुआ, पर ना उम्मीद न हुआ, एक "आग" को अपने अंदर जलाए रखा बारिश ,तूफ़ान ...
आज करो कल नहीं आज करो कल नहीं
शून्य से शुरू होगा फिर एक बार संसार शून्य से शुरू होगा फिर एक बार संसार
यूं तेरे प्यार में बंदी बन के रहने को क्या सच में मुझे उड़ना मना है ? यूं तेरे प्यार में बंदी बन के रहने को क्या सच में मुझे उड़ना मना है ?
"जितनी दूर भी चली जाऊँ, शाम को दाना लेकर वापस घर को ही आऊंगी।" "जितनी दूर भी चली जाऊँ, शाम को दाना लेकर वापस घर को ही आऊंगी।"
यह प्यारी सौगात, छंद यह सबसे न्यारा दोहा-रोला एक, मिलाकर बनता प्यारा यह प्यारी सौगात, छंद यह सबसे न्यारा दोहा-रोला एक, मिलाकर बनता प्यारा